वन अधिकारी रहे विनोद पांडे न केवल प्रकृति प्रेमी हैं वरन वन पारिस्थितिकी के जानकार हैं। उत्तराखंड के वनान्दोलनों से जुड़ने और वन विभाग में तीन से अधिक दशकों के कार्य अनुभव ने आपको उत्तराखंड की जटिल पारिस्थितिकी के साथ-साथ वन कानूनों को समग्रता में समझने की दृष्टि दी। वन कानूनों को लेकर उच्च न्यायालय में दायर जनहित याचिकायों की वे स्वयं पैरवी करते हैं। डाऊन टू अर्थ सरीखी पत्रिकाओं में पर्यावरण को लेकर आपके लेख प्रकाशित होते रहे हैं। वैज्ञानिक पद्धति से मौन पालन, मशरूम उत्पादन को लेकर आपने कई सफल प्रयोग किये हैं।