पूरन बिष्ट

पूरन बिष्ट पेशे से पत्रकार हैं। हिमालय के सामाजिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय विषयों पर गहरी रुचि है। इनसे जुड़े मुद्दों पर नियमित रूप से लिखते रहे हैं। भारत और नेपाल के सांस्कृतिक संबंधों की व्यापक समझ  रखते हैं।

हिमालय से हिमाकत का नतीजा हैं हिमनद झीलों का खतरा

नेशनल स्नो एंड आइस डाटा सेंटर की एक रिपोर्ट के मुताबिक हिमनद झीलें तब बनती हैं जब ग्लेशियर पीछे हटता है और पिघलता हुआ पानी ग्लेशियर द्वारा छोड़े गए गड्ढों में भर जाता है। हिमस्खलन और ग्लेशियरों के हिमखंड गिरने से यह झीलें ओवरफ्लो जाती हैं।

मृतप्राय नदी – महाकाली का डेथ वारंट रोकने का प्रयास

कुछ लोग कहते हैं- महाकाली के मरने की रफ्तार भागीरथी और भिलंगना से कई गुना तेज होगी। क्योंकि, यहां प्रतिरोध ना के बराबर है। इसलिए यहां प्रतिरोध की संभावनाओं को तलाशने और इसे ताकतवर बनाने के लिए यह पुस्तिका अहम दस्तावेज साबित होने वाली है। 

पहाड़ के बारे में कुछ!