रणबीर रावल – एक वैज्ञानिक का असमय जाना
रणबीर बहुत सम्वेदनशील था। नैनीताल के विद्यार्थी काल, पंत संस्थान के वैज्ञानिक और फिर निदेशक के रूप में वह हर बार नये सवालों से रूबरू होता था। मुझे याद है कि अनेक बार एस.पी. सिंह, जयन्ता बन्द्योपाध्याय, हेम पाण्डे, जे.एस. मेहता आदि तमाम मित्रों के साथ हो रही चर्चा के केन्द्र में ये नये आयाम होते थे। जिस तरह वह लगातार पत्राचार करता था, वैज्ञानिकों की दो-तीन पीढ़ियों से बात करता रहता था, उससे भी उसकी कर्मठता का अन्दाज आता था।