विविध

विकास की बाढ़ का खौफ बनाम लोकतंत्र के बहिष्कार की हैट्रिक

अस्कोट-आराकोट अभियान का आगाज हो गया। 45 दिन की यह पैदल या़त्रा पच्चीस मई को पांगू से शुरू हुई और 30 मई को मुनस्यारी पहुंची।

पहाड़ के बाबत

पहाड़ हिमालय तथा पहाड़ों सम्बंधी अध्ययन में लगी गैर सरकारी, अव्यवसायिक तथा सदस्यों के अवैतनिक सहयोग से चलने वाली संस्था है। एक प्रकार से यह हिमालय, इसके हिस्सों या विरादारों को समग्रता में जानने की कोशिश है।

पहाड़ के बारे में कुछ!