चिपको आंदोलन पर एक जरूरी किताब
चिपको मूलतः पहाड़ी किसानों का आन्दोलन था। वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली और भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान, शिमला से प्रकाशित पुस्तक ‘हरी भरी उम्मीद’ उसी समाज को समर्पित है जो जंगलों के मायने समझता है।
चिपको मूलतः पहाड़ी किसानों का आन्दोलन था। वाणी प्रकाशन, नई दिल्ली और भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान, शिमला से प्रकाशित पुस्तक ‘हरी भरी उम्मीद’ उसी समाज को समर्पित है जो जंगलों के मायने समझता है।
त्रेपन की छवि मेरे मन-मस्तिष्क में ‘विश्व प्रसिद्ध साहित्यकार हावर्ड फास्ट के नायक ‘स्पार्टाकस’ की तरह है जो कि सामाजिक-राजनैतिक सत्ता के अन्याय के विरुद्ध हमेशा आन्दोलित रहता है। ‘स्पार्टाकस’ का निजी जीवन भी संघर्ष की सेज पर है परन्तु अपने स्वाभाविक स्वभाव से उसके व्यक्तित्व में हर समय मनमोहक मुस्कान, प्रेम और खुशियों के गीत समाये रहते हैं।