हरिश्चंद्र चंदोला

हरिश्चंद्र चंदोला समय समय पर भारत के प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में अनेक लेख लिखकर नागा समस्या की हकीकत को देश के सामने लाने का प्रयास करते रहे हैंभारत के तीन प्रधानमंत्रियों, जवाहरलाल नेहरु, लालबहादुर शास्त्री और इंदिरा गाँधी, ने उन्हें नागा विद्रोहियों से वार्ता करने की जिम्मेदारी भी सौंपी। उनकी पुस्तक नागाकथानागा असंतोष और नागा मनोविज्ञान के कई अनछुए पहलुओं को सामने लाती है।

पूर्वोत्तर और नागा समस्या

भारत की आजादी के समय तक नागा जीवन उनके समाज के नियमों द्वारा संचालित होता था। वे उन्हीं को आधार बना उसे चलाना चाहते थे। आज भी नागा एक शासन व्यवस्था के अन्दर नहीं लाये जा सके हैं। नागा भूमि तो देशों और भारत के अन्दर अनेक प्रदेशों में बंटी है।

पहाड़ के बारे में कुछ!