गिरीश चन्द्र सिंह नेगी

डॉ गिरीश चन्द्र सिंह नेगी वन-पारिस्थितिकी विशेषज्ञ है। वर्तमान में पर्यावरण संस्थान, कोसी-कटारमल, अल्मोङा में वरिष्ठ वैज्ञानिक हैं। विगत तीन दशकों से हिमालय की वन-पारिस्थितिकी के साथ-साथ सूख रहे प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण एवं संवर्धन पर महत्वपूर्ण शोध किया है। पर्यावरण संस्थान की इको स्मार्ट आदर्श ग्राम परियोजना से जुड़े है। इंपेक्ट ऑफ हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट इन द हिमालया शीर्षक से पुस्तक प्रकाशित हुई है।

भागीरथी घाटी में जल-विद्युत परियोजनायें और स्थानीय धारणा

भारतीय हिमालयी क्षेत्र में जल-विद्युत परियोजनाओं का निर्माण विवादास्पद रहा है। ऐसी परियोजनाओं को लेकर अब तक जितने भी अध्ययन सामने आये हैं, उनमें से अधिकांश सामाजिक ताने-बाने में परिवर्तन, जनसांख्यिकी बदलाव, वनों, जैव विविधता, व कृषि भूमि के नुकसान के साथ-साथ स्थानीय लोगों एवं अन्य दूसरे हितधारकों की धारणाओं पर केन्द्रित रहे है।

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