दिनेश प्रसाद सकलानी

दिनेश प्रसाद सकलानी हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्लय श्रीनगर में इतिहास के प्राध्यापक हैं। पिछले ३५ वर्षों से उत्तराखंड के सामाजिक सांस्कृतिक इतिहास को लेकर अध्यनरत हैं। भारतीय उपमहाद्वीप में रामायण परम्परा को लेकर विशद अध्ययन पुस्तकीय रूप में प्रकाशित हुआ है। उत्तराखंड में वैद्यकीय परंपरा को लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की शोध परियोजना के द्वारा नए तथ्यों को सामने लाने का प्रयास किया है।

उत्तराखंड में रामलीला की परंपरा

उत्तराखंड में रामलीला मंचन में समसामयिक विषयों एवं घटनाक्रमों को भी शामिल करना इसकी प्रयोगधर्मिता का उदाहरण है। 1947 ई0 में स्वतंत्रता प्राप्ति के उल्लास एवं उत्साह की अभिव्यक्ति रामलीला के मंच में प्रमुख देवताओं के छायाचित्रों के साथ नेताजी सुभाषचन्द्र बोस का छायाचित्र रखे  जाने और  देशभक्ति के गीतों का रामलीला में समावेशन किया जाना  इस बात का प्रमाण है कि समसामयिक विषयों अथवा प्रसंगों को लेकर रामलीला आयोजक किस तरह संवेदनशील थे।

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