अभियान के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न और उनके उत्तर यहाँ प्रकाशित हैं। अगर फिर भी आपके मन में कोई प्रश्न हों तो हमें संपर्क करें। यात्रा के लिए रजिस्टर करने से पहले इन सभी पक्षों पर भली भांति विचार कर लें।
- मैं इस अभियान / यात्रा के लिए किस तरह रजिस्टर कर सकता /सकती हूं?
- मुझे इस यात्रा के लिए कितनी फीस/रजिस्ट्रेशन फीस का भुगतान करना है?
- मैं अस्कोट-आराकोट अभियान 2024 के लिए 45 दिनों का समय नहीं निकाल पा रहा/रही हूं। क्या मैं कुछ कम दिनों /कुछ हफ्तों के लिए जुड़ सकता /सकती हूं?
- मुझे अस्कोट-आराकोट अभियान 2024 यात्रा के लिए कितनी धनराशि की आवश्यकता है?
- मैं अपने साथ क्या ले जा सकता / सकती हूं और क्या मैं अपने सामान को ढोने के लिए पोर्टर की सेवाएं ले सकता / सकती हूं?
- क्या मैं अपने साथ टैंट ला सकता हूँ?
- क्या यात्रा मार्ग में मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध होंगे?
- क्या मुझे कुछ काम भी करना होगा?
- मैं अस्कोट-आराकोट अभियान 2024 से शारीरिक रूप से नहीं जुड़ सकता/सकती हूं, लेकिन मैं इस अभियान में कुछ न कुछ मदद करना चाहता/चाहती हूं। मैं किस प्रकार ऐसा कर सकता /सकती हूं?
- मुझे अभियान के लिए किस तरह की शारीरिक तैयारी करनी होगी?
- यात्रा में सुरक्षा की क्या व्यवस्था है?
1. मैं इस अभियान / यात्रा के लिए किस तरह रजिस्टर कर सकता /सकती हूं?
यह सामान्य रूप से आयोजित होने वाली ट्रैकिंग या एडवेंचर ट्रिप नहीं है। यदि आपने पिछले चार अभियानों के बारे में कुछ पढ़ा है तो आपको पता चलेगा कि यह यात्राए वास्तव में कुछ जानने की जिज्ञासा से की जाती है। अभियान का ध्येय वाक्य भी है “अपने गांवों को हम जानें, अपने लोगों को पहचानें: समझें अपनी नदियां ताल, शिखर घाटियां बण,बुग्याल !” इसलिए इस यात्रा से जुड़ना पूरी तरह से स्वैच्छिक है।
आप अस्कोट-आराकोट अभियान की छठी यात्रा (25 मई, 2024 से 08 जुलाई, 2024) से जुड़ना चाहते हैं तो इस लिंक में रजिस्ट्रेशन करें। प्रत्येक प्रतिभागी को रजिस्ट्रेशन करना अनिवार्य है।
2. मुझे इस यात्रा के लिए कितनी फीस/रजिस्ट्रेशन फीस का भुगतान करना है?
अस्कोट-आराकोट अभियान 2024 का आयोजन हर बार की तरह पहाड़ संस्था द्वारा किया जा रहा है। कृपया याद रखें यह यात्रा और इसके लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी तरह से मुफ्त है। रजिस्ट्रेशन के लिए आपको कोई फीस नहीं देनी है। आपको अस्कोट-आराकोट अभियान का हिस्सा बनने के लिए कोई भुगतान नहीं करना है।
यह अभियान/ यात्रा कई तरह से अनूठी है और पहाड़ इसके प्रतिभागियों से कोई फीस नहीं लेता है। लेकिन यात्रा से जुड़ने के लिए आवश्यक अनुशासन तथा यात्रियों से अपेक्षित व्यवहार संबंधी कुछ महत्वपूर्ण शर्तें हैं। आप पिछली यात्राओं; 1974, 1984,1994, 2004, 2014, से जुड़े यात्रियों के अनुभवों को पहाड़ की वेबसाइट में उपलब्ध अस्कोट-आराकोट अंक से पढ़कर इनके बारे में जानकारी ले सकते हैं।
3. मैं अस्कोट-आराकोट अभियान 2024 के लिए 45 दिनों का समय नहीं निकाल पा रहा/रही हूं। क्या मैं कुछ कम दिनों /कुछ हफ्तों के लिए जुड़ सकता /सकती हूं?
अस्कोट-आराकोट अभियान 2024 के पूरे यात्रा कार्यक्रम का विवरण पहाड़ की वेबसाइट पर पब्लिश किया गया है। कुछ प्रतिभागी यात्रा की संपूर्ण अवधि में शामिल रहेंगे लेकिन इस संबंध में किसी पर भी किसी प्रकार का कोई बंधन या बंदिश नहीं है। आप अपनी सुविधा/रुचि/ प्राथमिकता के अनुसार यात्रा मार्ग में कहीं से भी, कितनी भी अवधि के लिए जुड़ने के लिए स्वतंत्र हैं।
कृपया ध्यान दें, यात्रा में भाग लेने के लिए आपको अपने संस्थान/ स्कूल/कॉलेज/ दफ्तर/ से अवकाश लेने का प्रबंध अपने स्तर पर करना होगा। पहाड़ द्वारा इस संबंध में किसी प्रकार की रियायत/ सुविधा हेतु कोई पत्र व्यवहार नहीं किया जाएगा और न ही किसी किस्म का दस्तावेज जारी किया जाएगा।
आपके रजिस्ट्रेशन के आधार पर हमारी ओर से केवल ईमेल द्वारा आपको अस्कोट-आराकोट अभियान 2024 से जुड़ने का निमंत्रण प्राप्त होगा।
हम आपको सलाह देते हैं कि आप यात्रा संबंधी पूरे कार्यक्रम/तारीखों/ यात्रा मार्गों आदि को ध्यान से पढ़ लें और अपनी सुविधा व सामर्थ्यानुसार संक्षिप्त यात्रा को चुनें। हम यह भी स्पष्ट करना चाहते हैं कि 2024 की यात्रा पिछली पांच यात्राओं से इस मायने में अलग होगी कि इस बार कुछ नदियों, वनों तथा गांवों से गुजरने वाली यात्राओं के मार्ग यात्रियों के दलों द्वारा भी प्रस्तावित किए जाएँगे। हमारी वेबसाइट पर इस संबंध में समय-समय पर सूचनाओं को अपडेट किया जाता रहेगा।
4. मुझे अस्कोट-आराकोट अभियान 2024 यात्रा के लिए कितनी धनराशि की आवश्यकता है?
अस्कोट-आराकोट अभियान 2024 भी पूर्ववर्ती पांच यात्राओं की तरह जनाधारित और लोगों के सहयोग से संचालित किए जाने वाली प्रक्रिया है। आपको अपनी हर जरूरत के लिए पूरी तरह से यात्रा मार्ग में पड़ने वाले गांवों में रहने वाले ग्रामीणों पर निर्भर रहना होता। आप अपनी जरूरतों के लिए उनसे अनुरोध कर सकते हैं। उनसे निवेदन कर सकते हैं। ऐसा कर आप ग्रामीणों के साथ एक ऐसे नए रिश्ते की बुनियाद रखते हैं जो कि उन्हें करीब से और जिन समाजों/ समुदायों का वे हिस्सा हैं समझने में मददगार साबित होते हैं। आप यह समझ पाएंगे कि वे क्या खाते और पीते हैं। ग्रामीण समाज की आर्थिक संरचना का स्वरूप क्या है? आप अपने साथ केवल उतना ही पैसा रखें जिसकी मदद से आप असामान्य परिस्थितियों में अपना ध्यान रख सकें और यात्रा मार्ग में कहीं से भी अपनी इच्छानुसार नज़दीकी मोटर मार्ग से अपने घर लौट सकें। अस्कोट-आराकोट अभियान 2024 में भी पिछली पांच यात्राओं के समान यह शर्त अनिवार्य रूप से बनी रहेगी।
5. मैं अपने साथ क्या ले जा सकता / सकती हूं और क्या मैं अपने सामान को ढोने के लिए पोर्टर की सेवाएं ले सकता / सकती हूं?
आप अपने साथ केवल जरूरी सामान ही लेकर आएंगे और अपना पूरा सामान आपको स्वयं ले चलना है। इस अभियान में आप इस कार्य के लिए किसी पोर्टर की मदद नहीं ले सकते हैं।
अभियान यात्रा में आपको अपने साथ क्या लाना चाहिए और क्या नहीं:
- पिट्ठू/ बैकपैक/रकसैक जो भारी न हो।
- पहिए वाले सूटकेस, ट्राली आदि नहीं लाएं क्योंकि आपको पहाड़ी रास्तों पर अपना सामान अपनी पीठ पर स्वयं ढोना है।
- साइज़ ज्यादा बड़ा न रखें और बैकपैक में सामान भी उतना ही रखें जितना आप अपनी पीठ पर लादकर प्रतिदन चल सकें।
- वाटरप्रूफ कवर भी रखें ताकि रास्ते में बारिश होने पर आपका सामान न भीगे।
- मजबूत और आरामदायक ट्रैकिंग शू; वॉटरप्रूफ हों तो बेहतर हैं। यात्रा पर निकलने से करीब दो हफ्ते पहले से इन्हें प्रयोग पहनकर चलने का अभ्यास करें ताकि यात्रा के दौरान आपको कोई तकलीफ नहीं हो। ध्यान रहे स्पोर्ट्स शूज़/ वाकिंग शूज़/ चमड़े के जूते/ सेंडिल आदि लंबे उतार-चढ़ाव वाले पहाड़ी रास्तों, उबड़-खाबड़ कच्चे रास्तों पर चलने के लिए उपयोगी नहीं रहते हैं।
इसके अतिरिक्त आपके पास निम्न वस्तुएं अवश्य होनी चाहिए–
- हल्का स्लीपिंग बैग
- पानी की बोतल
- अच्छा रेन कोट (भारी बिलकुल न हो), छोटे आकार की फोल्डिंग छाता
- सूती और कुछ ऊनी कपड़े, विंडशीटर, जैकेट आदि; लेयरिंग को ध्यान में रखकर कपड़े पैक करें।
- ध्यान रहे अपनी क्षमता का को देखते हुये पिट्ठू / बैकपैक का भार 10-12 किग्रा से ज्यादा न रखें।
- पतला तौलिया /गमछा; जो जल्दी सूख सके और ज्यादा जगह भी न घेरे।
- डायरी,पेन,कॉपी
- अपने डाक्टर द्वारा सुझाए गए प्रेस्क्रिप्शन और कुछ जेनरिक दवाएं, बैंड.एड,मूव इलेक्ट्राल आदि
- आप हैंड माइक, रिकॉर्डर,कैमरा भी अपने साथ रख सकते हैं
- फोल्डेबल ट्रैकिंग एंड वॉकिंग पोल
6. क्या मैं अपने साथ टैंट ला सकता हूँ?
इस सवाल का सीधा जवाब है नहीं। यात्रा के दौरान हम जिन गांवों से गुजरेंगे वहीं स्कूलों या पंचायत घरों में ठहरेंगे। यदि किसी भी वजह से इनमें ठहरने की व्यवस्था नहीं हो पाएगी या ये उपलब्ध नहीं होंगे तो हम खुले में आसमान के नीचे ही रात बिताएंगे।
यदि किसी दिन यात्रा में शामिल लोगों की संख्या एक निश्चित मानक बिंदु (15) से अधिक होगी तो सभी यात्रियों को दो समूहों में बांटा जाएगा। दोनों समूह अलग-अलग गांवों में ठहरेंगे जिससे कि एक गांव या ग्रामीणों पर यात्रियों का बोझ न पड़े।
7. क्या यात्रा मार्ग में मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध होंगे?
यात्रा मार्ग के ऐसे हिस्सों में जो कस्बों के आसपास से गुजरते हैं हाल के दिनों में मोबाइल नेटवर्क मिल जाता है। बीएसएनएल / एयरटेल/ वोडा/ जियो ने अपनी सेवाए यहाँ पहुचाई हैं। आमतौर पर सिगनल कमजोर रहता है। यह ध्यान रखना होगा की मुनस्यारी के बाद अगले 10-12 दिनों तक नेटवर्क मिलने की संभावना कम हो सकती है।
8. क्या मुझे कुछ काम भी करना होगा?
कृपया ध्यान दें कि अस्कोट-आराकोट अभियान 2024 भी पिछले अभियानों की ही तरह पिकनिक या सैर-सपाटा अथवा कोई एडवेंचर ट्रेकिंग ट्रिप नहीं है, और न ही यह आपको हाइकिंग ट्रेकिंग का प्रशिक्षण देने का माध्यम है।आपको यात्रा अवधि के दौरान अपना ध्यान स्वयं रखना होगा और इस दौरान यात्रा संबंधी कुछ जिम्मेदारियां भी आपको दी जा सकती हैं। आपको सर्वे के फार्म भरने, लोगों के साथ वार्तालाप करने या रात्रि निवास की व्यवस्थाए जुटाने में सक्रिय भूमिका निभानी होगी। आपकी विशेषज्ञता को ध्यान में रखते हुए स्थानीय लोगों को किसी विशिष्ट क्षेत्र/विषय की जानकारी देने के लिए कहा जा सकता है। उदाहरण के लिएए अगर आप डॉक्टर हैं तो आप ग्रामीणों को चिकित्सकीय सलाह दे सकते हैं, अगर आप शिक्षक हैं तो गांवों में रहने वाले छात्रों की कॅरियर काउंसलिंग कर सकते हैं।
9. मैं अस्कोट-आराकोट अभियान 2024 से शारीरिक रूप से नहीं जुड़ सकता/सकती हूं, लेकिन मैं इस अभियान में कुछ न कुछ मदद करना चाहता/चाहती हूं। मैं किस प्रकार ऐसा कर सकता /सकती हूं?
पहाड़ स्वैच्छिक और जनसहयोग के आधार पर संचालित किया जाता है और देश-विदेश में बसे मित्रों /सहयोगियों की मदद से चलता है। अस्कोट-आराकोट अभियान पूरी तरह जन आधारित है। इसलिए आप, प्रोजक्टर, माइक, इन उपकरणो हेतु अतिरिक्त बैटरी, अभियान साहित्य प्रकाशन, स्मृति चिन्ह, अभियान की टी-शर्ट और स्टीकर आदि छपवाकर या इसके लिए आर्थिक सहयोग कर मदद कर सकते हैं। पहाड़ द्वारा इस सहयोग को आगानी प्रकाशन में प्रकाशित भी किया जायेगा। आप इस संबंध अधिक जानकारी के लिए हमें ईमेल भेज सकते हैं (संपर्क) या वेबसाइट में दिये गए लिंक पर जाकर सीधे योगदान कर सकते हैं।
10. मुझे अभियान के लिए किस तरह की शारीरिक तैयारी करनी होगी?
जैसा कि हम पहले भी स्पष्ट कर चुके हैं कि अस्कोट-आराकोट अभियान 2024 पिकनिक या तफरीह के लिए आयोजित नहीं किया जा रहा है। यह एक प्रकार की अध्ययन यात्रा है जिसमें भाग लेने वाले प्रतिभागी उत्तराखंड के सुदूरवर्ती जिलों, गांवों,कस्बों, शहरों आदि से पैदल गुजरेंगे। पूरी यात्रा पैदल ही तय की जाएगी और इस दौरान आपको अचानक बदलने वाले मौसम, बारिश, तेज हवाओं, ठंड या गर्मी का भी सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा यात्रा मार्ग/ रूट काफी ऊंचे पहाड़ी रास्तों/बुग्यालों/दर्रों/ढलानों/घाटियों/चट्टानों/नदी/नालों/गधेरों से भी होकर गुजरेगा। इसलिए आपको शारीरिक रूप से तंदुरुस्त और स्वस्थ होना चाहिए। अपनी फिटनैस पर ध्यान दें और योग,प्राणायाम, नियमित सैर, दौड़, व्यायाम आदि का अभ्यास मई से जुलाई 2024 के दौरान आयोजित होने जा रही इस यात्रा से जुड़ने के लिए पहले ही शुरू कर दें।
यदि आपको हाइ ब्लड प्रेशर, डायबिटीज़, हृदय संबंधी विकार या कोई अन्य ऐसी शारीरिक/ मानसिक तकलीफ है जो ऊंचाई वाले स्थानों पर जाने पर गंभीर हो सकती है, तो यात्रा शुरू करने से पहले अपनी पूरी जांच करवाएं और डॉक्टर से इस बारे में सलाह लें। नियमित दवाओं का सेवन करते रहें और डॉक्टर की सलाह के मुताबिक ही यात्रा से जुड़ने का फैसला करें। चूंकि कि अधिकांश यात्रा मार्ग काफी दूरदराज के क्षेत्रों में पड़ता है इसलिए बहुत मुमकिन है कि आपको किसी तरह की मेडिकल समस्या होने पर तत्काल उपचार की सुविधा नहीं मिल पाएगी। अतः अपना प्रेस्क्रिप्शन व दवाएं तथा मेडिकल रिकॉर्ड अपने साथ रखना न भूलें।
11. यात्रा में सुरक्षा की क्या व्यवस्था है?
अस्कोट-आराकोट अभियान 2024 सभी यात्रियों का यात्रा से जुड़ने के लिए सहर्ष स्वागत करता है परंतु हम आपकी व्यक्तिगत सुरक्षा स्वास्थ्य आदि की किसी भी प्रकार की जिम्मेदारी नहीं ले सकते हैं।
कृपया नोट करें इस यात्रा में प्रतिभागिता पूरी तरह से स्वैच्छिक है। यह अध्ययन यात्रा अत्यंत सीमित संसाधनों के साथ की जाती है। इसके लिए किसी किस्म का सरकारी सहयोग नहीं लिया जाता है। यात्रा दल की सुरक्षा के लिए साथ में कोई मेडिकल टीम, गाइड, सहायक, पोर्टर, रसोईये, सुरक्षाकर्मी, पुलिस, सेना या अर्धसैनिक बल नहीं होते हैं। आप स्वयं अपने निजी कार्यों और सुरक्षा के लिए जिम्मेदार होते हैं।
पहाड़ संगठन यात्रा के दौरान किसी किस्म की दुर्घटनाए प्राकृतिक आपदा, मौसम की गड़बड़ी के चलते उत्पन्न संकट या अन्य किसी अप्रत्याशित परिस्थिति अथवा व्यक्तिगत चोट क्षति पहुंचने के लिए जिम्मेदार नहीं होगा। हमारी ओर से यात्रियों या यात्रा दल का बीमा नहीं करवाया जाता है।