हिमांशु रिस्की पाठक एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं जिन्हें उत्तराखंड के इतिहास, भूगोल और समाज में गहरी रुचि है। वे अपने तकनीकी कौशल के माध्यम से स्थानीय सामाजिक संगठनों का सहयोग भी करते हैं। उन्होंने उत्तराखंड की अनेक पांडुलिपियों, पुस्तकों, ऑडियो रिकॉर्ड और तस्वीरों के दुर्लभ संग्रह के साथ डिजिटल संग्रह 'कुमाउनी अभिलेखागार' विकसित किया है। पहाड़ों में घुम्मकड़ी करते हुए सोशल मीडिया में स्थानीय मुद्दों को उठाते रहे हैं।